1.माँ पर रखें आस्था और अटूट विश्वास
ईश्वर पर विश्वास ही किसी भी धर्म की नींव है। शायद ही कोई व्यक्ति इस कथन को काट सकता है कि ईश्वर के अस्तित्व का उसके जीवन में कोई महत्वपूर्ण रोल नहीं है।
2. सनातन धर्म में विश्वास
वैदिक परंपरा में हर घर में मंदिर होना जरूरी बताया गया है लेकिन मंदिर में रखे ईश्वर की मूर्ति की आराधना कैसे करें, इससे जुड़े भी कई निर्देश दिए गए हैं। चलिए जानते हैं क्या हैं वे खास बातें जिनका ध्यान हमें अवश्य रखना ही चाहिए।
3. अखंडित चावल का पूजा में प्रयोग
पूजा चाहे कोई भी हो, सभी में चावल की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। लेकिन ध्यान रहे कि पूजा में जिन भी चावलों का प्रयोग हो, वह अखंडित हों अर्थात टूटे हुए न हों। चावल चढ़ाने से पहले अगर आप उन्हें हल्दी के घोल से पीला कर लेते हैं तो यह और भी शुभ है। कभी भी धार्मिक कार्य के लिए किसी खंडित वस्तु, जैसे टूटे दीपक आदि का प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए।
4. पान का पत्ता
पूजा में पान का पत्ता बहुत उपयोगी माना गया है। पान के पत्ते में इलायची, लौंग, गुलकंद आदि भी डालकर पूजा करेंगे तो यह और शुभ होगा।
5. पूजा का फल
पूजा के दौरान जलाए गए दीपक का विशेष ध्यान रखना चाहिए। दीपक के बुझने से पूजा का फल नहीं मिल पाता।
6. पूजा में अनिवार्यता
पूजा की शुरुआत करने से पहले जिस भी देवी-देवता की पूजा की जानी है उनका आह्वान, ध्यान, आसन, स्नान, पूजा के लिए उपयोगी सामग्री, दीपक जलाना, प्रसाद आदि सभी जरूर होने चाहिए।
7. जरूरी पूजन सामग्री
देवी-देवताओं को चढ़ाए जाने वाले फूल-पत्तियों को साफ पानी से अवश्य धो लें। जिस भी भगवान की पूजा की आप तैयारियां कर रहे हैं, उनसे संबंधित सामग्रियों को जरूर शामिल करें। इसके लिए आप किसी विशेषज्ञ की सहायता ले सकते हैं।
8. आसन
जिस आसन पर बैठकर आप पूजा करने वाले हैं, उसे पैरों से नहीं अपने हाथों से खिसकाएं। पूजा स्थल के ऊपर किसी प्रकार का कबाड़ कदापि ना रखें।
9. वास्तुदोष से मुक्ति
अगर आप घर में मौजूद वास्तुदोष से परेशान हैं तो रोजाना घी का दीपक जलाएं। इससे काफी हद तक घर के वास्तुदोष दूर होते हैं।
10. पंचदेव
सनातन धर्म में पंचदेव यानि गणेश, सूर्य, दुर्गा, शिव और विष्णु देव का उल्लेख किया गया है। किसी भी कार्य की शुरुआत से पहले पंचदेव का ध्यान अवश्य करना चाहिए। प्रतिदिन की जाने वाली पूजा के दौरान भी इन पंचदेव का ध्यान करना सुख-समृद्धि प्रदान करता है।
11. दीपक का स्थान
पूजा के दौरान लगाया जाने वाला दीपक भगवान की मूर्ति के ठीक सामने होना चाहिए। दीपक को किसी दूसरी दिशा या इधर-उधर लगाना सही नहीं है।
12. रूई की बत्ती
अगर आप घी का दीपक जला रहे हैं तो उसमें सफेद रूई की बत्ती का उपयोग करें, वहीं अगर आप तेल का दीपक जलाते हैं तो लाल रंग की बत्ती उपयुक्त रहती है।
13. भगवान शिव की आराधना
जब आप भगवान शिव की पूजा कर रहे हैं तो आपको बिल्व पत्र जरूर चढ़ाने चाहिए, इससे आपकी मनोकामना भी जल्दी पूरी होती है। पूजा के लिए भगवान को दक्षिणा भी चढ़ाई जानी चाहिए। दक्षिणा चढ़ाते समय अपने दोनों हाथों का प्रयोग कर, अपने दोषों को त्यागने का संकल्प लें।
14. चमड़े से करें परहेज
भगवान शिव को कभी हल्दी या शंख से जल नहीं चढ़ाना चाहिए। पूजन स्थल की पवित्रता का हमेशा ध्यान रखें, चप्पल या फिर चमड़े की किसी वस्तु को पूजा स्थल में प्रवेश ना दें।
15.पूजा के लिए विशेष स्थान
सनातन हिन्दू धर्म में जहां मूर्ति पूजा को विशेष स्थान दिया गया है वहां ईश्वर के स्वरूप और उसके पूजन का महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है।
इस प्रकार हम परमात्मा की आराधना,शक्ति की पूजा करते समय इन बातों का विशेष ध्यान रखें।ऐसा हमारे ऋषियों और संत महात्माओं नें हिन्दू सनातन धर्म में हमें बताया है।तभी भक्ति अपनी पूर्णता को प्राप्त: होती है।