धर्म डेस्क- बाबा विश्वानाथ की नगरी काशी।काशी के सांसद देश के यशस्व प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी। इस बार काशी में होने वाली भव्य देव दीपावली के दीदार के काशी की पवित्र भूमि पर आ रहे है और साथ में अगवानी के लिए मौजूद होंगे सूबे के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ।
दरअसल देव दीपावली की भव्यता देखने के लिए 30 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बनारस आ रहे हैं। और ये पहला अवसर होगा जब देव दीपावली पर पीएम मोदी अपने संसदीय क्षेत्र में होंगे।
कार्यक्रम की बात करें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोपहर तीन बजे मिर्जामुराद के खजुरी गांव में आयोजित जनसभा में पहुंचेंगे। वहां शारीरिक दूरी के नियम का पालन करते हुए पांच हजार लोग जुटेंगे। जनसभा को संबोधित करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हेलीकाप्टर से डोमरी गांव पहुंचेंगे। बाबा अवधूत भगवान रामघाट से क्रूज पर सवार होंगे और गंगा में सफर करते हुए विश्वप्रसिद्ध देव दीपावली की आभा निहारेंगे।
दशाश्वमेध घाट पर आयोजित गंगा आरती में भी उनके शिरकत करने की संभावना है। इसके बाद क्रूज से राजघाट जाएंगे और वहां से सारनाथ पहुंचेंगे। वहां लाइट एंड साउंड शो देखने के बाद रिंग रोड होते हुए रात नौ बजे तक बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से दिल्ली रवाना हो जाएंगे।
जिला प्रशासन और भाजपा संगठन को प्रधानमंत्री के आगमन की मिली प्रारंभिक जानकारी के अनुसार रविवार को तैयारियां पूरी करने को अफसरों ने मौका-मुआयना किया। आपको बता दें कि अयोध्या में दीपावली के अवसर पर भव्य दीपोत्सव के सफल आयोजन के बाद अब उत्तर प्रदेश की योगी सरकार काशी की विश्व प्रसिद्ध देव दीपावली को और भी भव्य बनाने की तैयारी कर रही है। देव दीपावली पर पिछले साल काशी के घाटों को दस लाख दीयों से रोशन किया गया था, जबकि इस बार देव दीपावली को भव्य बनाने के लिए 15 लाख से अधिक दीये जलाने की तैयारी है।
हम सब जानते हैं कि 30 नवंबर कार्तिक पूर्णिमा है और इसी दिन बनारस के 84 घाटों पर 15 लाख दीये जलाए जाएंगे। गंगा नदी में पानी की लहरों पर लेजर शो एवं प्रोजेक्टर के माध्यम से काशी की महिमा, शिव की महिमा एवं गंगा अवतरण आदि का भव्य प्रदर्शन होगा। बनारस के घाटों पर देव दिवाली हर साल बड़े पैमाने पर मनाई जाती है और दुनिया भर से लोग इसे देखने आते हैं।
ऐसा कहा जाता है देव दिवाली के दिन 33 कोटि देवी-देवता उत्सव मनाने के लिए काशी में अवतरित होते है।इसीलिए देव दिवाली का धार्मिक महत्व और भी बढ़ जाता है।