धर्म डेस्क- नव वर्ष 2021 का प्रारंभ हो गया है।देश में उन्नति, खुशहाली हो र कोई इसकी कामना कर रहा है।ऐसे में तीज त्योहार,व्रत और ग्रहण की जानकारी हर कोई जानना चाहता है।तो आपको बता दें कि साल 2021 में कुल चार ग्रहण लगेंगे। चार ग्रहण में से दो सूर्य ग्रहण और दो चंद्र ग्रहण होंगे। आपको बता दें कि इस वर्ष का पहला चंद्र ग्रहण 26 मई 2021 को लगेगा। यह पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा। भारत में इस चंद्र ग्रहण को उपछाया ग्रहण के तौर पर देखा जा सकेगा। साल का पहला चंद्र ग्रहण भारत में दिखेगा लेकिन इसे देश के कुछ हिस्सों में नहीं देखा जा सकेगा।
वहीं साल का दूसरा चंद्र ग्रहण 19 नवंबर 2021 को लगेगा जो कि आंशिक चंद्र ग्रहण होगा। जिसे भारत, अमेरिका, उत्तरी यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और प्रशांत महासागर में देखा जा सकेगा। साल का दूसरा चंद्र ग्रहण भारत में अरुणाचल और असम के कुछ हिस्सों में चंद्रोदय के समय नजर आएगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चंद्र ग्रहण को एक अशुभ घटना माना जाता है। चलिए जानते हैं चंद्र ग्रहण के दौरान हमें क्या करना चाहिए और क्या नहीं-
चंद्र ग्रहण के दौरान क्या करें-
1. ग्रहण के प्रारंभ होने से पहले खुद को शुद्ध कर लें। ग्रहण शुरू होने से पहले स्नान आदि कर लेना शुभ माना जाता है।
2. ग्रहण काल में अपने इष्ट देव या देवी की पूजा अर्चना करना शुभ होता है।
3. चंद्र ग्रहण में दान करना बेहद शुभ माना जाता है। ग्रहण समाप्त होने के बाद घर में गंगा जल का छिड़काव करना चाहिए।
4. ग्रहण खत्म होने के बाद एक बार फिर स्नान करना चाहिए। कहते हैं कि ऐसा शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
5. ग्रहण काल के दौरान खाने-पीने की चीजों में तुलसी का पत्ता डालना चाहिए।
जाने ग्रहण काल में क्या ना करें-
1. ऐसी मान्यता है कि ग्रहण के दौरान तेल लगाना, जल पीना, बाल बनाना, कपड़े धोना और ताला खोलने जैसे कार्य नहीं करने चाहिए।
2. ग्रहण काल में भोजन करने वाला मनुष्य जितने अन्न के दाने खाता है, उसे उतने सालों तक नरक में वास करना पड़ता है।ऐसा कहा जाता है।
3. ऐसी मान्यता है कि ग्रहण काल में सोने से व्यक्ति रोगी होता है।
4. तीनो प्रहर का भोजन चंद्र ग्रहण में वर्जित माना जाता है।
5. ग्रहण के दिन पत्ते, तिनके, लकड़ी और फूल आदि नहीं तोड़ने चाहिए।
6. किसी भी प्रकार के शुभ कार्य ग्रहण काल में नहीं करना चाहिए।