धर्म समाचार/ गुप्त नवरात्र 2021 : माघ महीने का हिन्दू धर्म बड़ा विशेष महत्व है खासकर मौनी अमावस्या का जो कि 11 फरवरी को है,वहीं अगले ही दिन 12 से माघ की गुप्त नवरात्र रहेगी। खास बात यह है कि फरवरी में शुक्लपक्ष का पखवाड़ा 15 की बजाए 16 दिन का रहेगा। जबकि गुप्त नवरात्र इस बार 9 की जगह दस दिन के होंगे।
ज्योतिषिय मत है कि शुक्ल पक्ष व गुप्त नवरात्र में एक-एक दिन अधिक होना शुभ संयोग है, जो कि जनसामान्य के लिए मंगलकारी रहेगा। इन योगों में की गई पूजा, दान-पुण्य और खरीद-फरोख्त विशेष फलदायी व समृद्धिकारक रहेगी। माघी अमावस्या को मौनी अमावस्या भी कहते हैं। जिसकी शुरुआत 11 फरवरी को सूर्योदय से ही शुरू हो जाएगी। इस दिन मनु ऋषि का जन्म दिवस भी मनाया जाता है।आज के दिन और इस पवित्र मास में पितरों के निमित्त की गई पूजा, जलार्पण व दान करने के लिए यह दिवस उत्तम फलदायी होता है। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान,ध्यान और दान करने की भी परंपरा है।
गुप्त नवरात्र की शुरुआत 12 फरवरी से हो रही है और इस दिन मंदिरों में विशेष आराधना करनी चाहिए। आपको बता दें कि माघ महीने में होने वाली गुप्त नवरात्र 12 से 21 फरवरी तक रहेगी। इस नवरात्र में देवी मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी। मां दुर्गा के भक्तों और साधकों को नौ दिन उपवास रखकर सप्तशती व चालीसा आदि का पाठ करना चाहिए। शक्ति की आराधना के लिए गुप्त नवरात्र खास मानी जाती है। साल में चार नवरात्र होते हैं। इनमें शारदीय व चैत्र नवरात्र प्रकट और माघ व आषाढ़ में होने वाली नवरात्र को गुप्त नवरात्र कहा जाता है।
यहां आपको ये भी बताते चलें कि फरवरी में अमृत सिद्धि-पुष्य नक्षत्र का संयोग गुप्त नवरात्र के चलते 16, 20 व 25 फरवरी को अमृत सिद्धि योग और 24 व 25 फरवरी को पुष्य नक्षत्र का संयोग रहेगा। इन शुभ योगों में ज्वेलरी, वाहन, भूमि और भवन की खरीद-फरोख्त करना फायदेमंद रहेगा।
इस प्रकार भक्ति भाव के साथ शक्ति की करें आराधना और पाएं मनचाहा फल।जय माता दी।