Dharm Desk/ Mathura-Vrindavan Holi 2021 Date: श्रीधाम वृंदावन और मथुरा की होली होली विश्व विख्यात है। यहां वसंत पंचमी से ही होली का पर्व शुरू हो जाता है। मथुरा-वृंदावन भिन्न भिन्न प्रकार से होली का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। तकरीबन यहां के मंदिरों और गांवों में कुल 40 दिनों तक होली का उत्सव चलता है। होली के त्योहार को गोकुल, वृंदावन और मथुरा में बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है। यहां रंग वाली होली से पहले लड्डू, फूल और छड़ी वाली होली भी मनाई जाती है। वहीं, ब्रज की होली में दुनियाभर के देशों से लोग शामिल होने आते हैं। ऐसे में चलिए जानते हैं मथुरा और वृंदावन में मनाई जाने वाली होली की डेट्स क्या हैं।
आइए जानते हैं किस दिन कौन सी होली मनाई जाएगी-
16 मार्च 2021 रमणरेती आश्रम महावन पर टेसू फूल, केसर गुलाल होली
22 मार्च 2021 फाग आमंत्रण उत्सव – नंदगाँव
22 मार्च 2021 लड्डु होली व होली की द्वितीय चौपाई – बरसाना
23 मार्च 2021 रंगीली गली में लठामार होली – बरसाना
24 मार्च 2021 लठामार होली – नंदगांव
25 मार्च 2021 लठामार / रंग होली – गांव रावल
25 मार्च 2021 श्रीकृष्ण जन्मस्थान की सांस्कृतिक/ फूलों की होली
25 मार्च 2021 श्री द्वारकाधीश मंदिर होली – मथुरा
26 मार्च 2021 छड़ीमार होली – गोकुल
28 मार्च 2021 होलिका दहन
28 मार्च 2021 फालैन में जलती हुई होली से पंडा निकलेगा
28 मार्च 2021 श्रीद्वारिकाधीश मंदिर से होली डोला का नगर भ्रमण
29 मार्च 2021 श्रीद्वारिकाधीश मंदिर में टेसू फूल / अबीर गुलाल होली
29 मार्च 2021 संपूर्ण जनपद मथुरा में अबीर-गुलाल / रंग होली
30 मार्च 2021 दाऊजी का हुरंगा – बलदेव
30 मार्च 2021 हुरंगा – जाव
30 मार्च 2021 हुरंगा – नंदगाँव
30 मार्च 2021 गांव मुखराई में चरकुला नृत्य/सांस्कृतिक कार्यक्रम
31 मार्च 2021 हुरंगा – गांव बठैन
31 मार्च 2021 हुरंगा – गांव गिडोह
देश-विदेश से श्रद्धालु आएंगे ब्रज
बसंत पंचमी के दिन बरसाना स्थित श्रीजी मंदिर में जहां होली का ढांडा गड़ने के बाद अबीर-गुलाल की पहली बौछार होगी तो वहीं वृंदावन स्थित बांके बिहारी मंदिर में भी ठाकुरजी को गुलाल की फेंट बांधी जाएगी और उनके चरणों में अबीर-गुलाल अर्पित करने के बाद ठाकुरजी श्रद्धालुओं से गुलाल की होली खेलेंगे। ब्रज के लगभग सभी मंदिरों में बसंत पंचमी से ही होली महोत्सव की शुरुआत हो जाती है। वृंदावन स्थित सप्तदेवालयों में भी आज से होली महोत्सव की शुरुआत हो जाएगी जिसमें शामिल होने के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु-पर्यटकों का ब्रज में आगमन शुरू हो जाएगा।
बांके बिहारी मंदिर में ठाकुरजी श्रद्धालुओं से खेलेंगे गुलाल की होली
बसंत पंचमी के अवसर पर मंगलवार को जन-जन के आराध्य ठाकुर बांके बिहारी जी को बसंती पोशाक धारण कराई जाएगी और श्रृंगार आरती के बाद सेवायत घोषणा करेंगे कि बसंत पंचमी से होली की शुरुआत हो गई है। उसके बाद ठाकुरजी को गुलाल की फेंट बांधी जाएगी। ठाकुरजी को गुलाल लगाने के बाद ठाकुरजी की ओर से सेवायत श्रद्धालुओं पर गुलाल की बौछार करेंगे।
मंदिरों में शुरू हो जाएगा समाज गायन
अपनी अनूठी परंपराओं को लेकर देश और दुनिया में विशेष पहचान रखने वाली ब्रज की होली में होली गीत और पद गायन की प्राचीन परंपरा है, जिसे समाज गायन भी कहा जाता है। बरसाना स्थित श्रीजी मंदिर में आज से ब्रजभाषा में रोजाना ठाकुरजी के समक्ष होली पदों का गायन किया जाएगा। गोस्वामीजन समाज गायन के दौरान आपस में एक-दूसरे को गुलाल लगाते हैं।