Dharm Desk/Kuber Dev Mantra/ Puja: कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी के दिन धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है। इस साल 2 नवंबर, 2021 मंगलवार के दिन धनतेरस मनाई जाएगी। पांच दिन तक चलने वाले दिवाली के त्योहार की शुरुआत धनतेसर के दिन से ही होती है। इस दिन भगवान धनवंतरी की पूजा की जाती है। मान्यता है कि धनतेरस के दिन इनकी पूजा करने से धनवैभव की प्राप्ति होती है।
इतना ही नहीं, इस दिन धन के स्वामी कुबेर की पूजा करने का भी विशेष महत्व है। उन्हें धन का देवता माना जाता है। साथ ही ऐसी भी मान्यता है कि वे आपके धन और संपत्ति की रक्षा करते हैं। इसलिए धनतेरस के दिन सुख, संपत्ति और वैभव प्राप्ति के लिए कुबरे देव की पूजा की जाती है। पुराणों में उल्लेख है कि कुबरे देव भगवान शिव के प्रिय सेवकों में से एक हैं। कुबरे देव को भगवान शिव का वरदान मिला हुआ है जिस कारण उन्हें धन के देव होने का सौभाग्य प्राप्त है। इतना ही नहीं, कहते हैं कि जो भी भक्त कुबेर देव की पूजा करेगा उस पर धन-वैभव की वर्षा होगी।
इस मंत्र के जप से दूर होगी आर्थिक तंगी
मन्त्र :- ॐ श्रीं, ॐ ह्रीं श्रीं, ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय: नम :
इस मंत्र का जप दक्षिण की ओर मुख करके करें तभी यह सिद्ध होगा। दूसरा मंत्र उच्चारण के समय कोई छोटी-सी भी गलती न हो। इसके साथ ही, इस बात का भी ध्यान रखें कि इस मन्त्र का प्रयोग व्यक्ति को सूर्योदय से पहले ब्रह्म मुहर्त में ही करना चाहिए। मंत्र जप से पहले स्नान आदि कर स्वच्छ वस्त्र धारण कर लें। मंत्र का उच्चारण भगवान शिव के मंदिर में करें।
ऐसी मान्यता है कि यदि यह प्रयोग बिल्व वृक्ष की जड़ों के पास बैठकर किया जाए, तो यह मन्त्र ज्यादा जल्दी प्रभाव में आता है। इस मन्त्र का एक हजार बार जप करने से व्यक्ति हर आर्थिक समस्या से मुक्ति हो जाएगा। साथ ही, व्यक्ति के घर की सभी दरिद्रता दूर हो जाएगी। इसके साथ ही, व्यक्ति को शीघ्र अपार धन की प्राप्ति होगी।
13 दीप जलाने से होगा धन लाभ
वैसे तो 13 की संख्या को अशुभ माना जाता है। वास्तु के अनुसार भी ये संख्या अशुभ मानी गई है लेकिन कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी यानी तेरस के दिन 13 संख्या शुभ होती है। इस दिन 13 दीए जलाने का महत्व है। धन के देवता कुबेर हैं। इसलिए तेरस के दिन मतलब धनतेरस के दिन तेरह दीपक धन के देवता कुबेर के नाम से जलाए जाते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से धन के देवता कुबेर प्रसन्न होते हैं।
ऐसे करें कुबेर पूजा
मान्यता है कि कुबेर देवता की पूजा चंदन, धूप, दीप, नैवेद्य आदि से विधिपूर्वक करने से लाभ होता है। साथ ही कुबेर मंत्र का भी जाप करना चाहिए।
कुबेर मंत्र
‘यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धन-धान्य अधिपतये
धन-धान्य समृद्धि में देहि दापय स्वाहा।’
ऐसा कहा जाता है कि मंत्र जप करते समय मंत्र का उच्चारण सही और विधिपूर्वक होना चाहिए। अन्यथा फल मिलने की संभावना कम हो जाती हैं। साथ ही पूजा-अर्चना के दौरान जाने-अंजाने हुई भूलों के लिए भी क्षमा याचना करनी चाहिए।