कुंभ राशि- कुंभ राशि के जातकों को हर कदम संभालकर आगे बढ़ना होगा । शनि की साढेसाती का प्रभाव पूर्णरुपेण बना रहेगा । जिससे पूरा वर्ष संघर्षमय बना रहने की संभावना है । स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता होगी । धरेलू समस्याओं को लेकर मानसिक तनाव संभव है । आर्थिक विषयों में योजनाबद्ध कार्य से लाभ होगा । वाहन सावधानी से चलाएं,दुर्घटना के योग हैं । कार्य क्षेत्र में अस्थिरता होगी । विद्यार्थी तथा परिक्षार्थी सफल होंगे,वर्ष के उत्तरार्ध में आंशिक सफलता और पारिवारिक सुख भी मिलेगा ।
आइए जानते हैं साल 2022 में कुंभ राशि के जातकों का कैसा रहेगा प्रेम संबंध –
कुंभ राशि के जातकों के लिए इस वर्ष मार्च के महीने तक सबकुछ प्रेम संबंध में सामान्य रहेगा ।
साल के प्रारंभ में आपका अपने जीवनसाथी और ससुराल पक्ष के साथ बहस या विवाद हो सकता है।
भाषा पर संयम रखें । इस वर्ष जीवनसाथी की तलाश पूरी होगी ।
जून माह के बाद प्रेम जीवन पूरे साल स्थिर और सामान्य रहेगा ।
आर्थिक स्थिति बनेगी बेहतर
आर्थिक रुप से नव वर्ष में आपके आय में बढ़ोतरी होगी।
किसी भी तरह के निवेश करने, खास तौर पर संपत्ति में जल्दबाज़ी न करें। संभव है कानूनी झंझटों में फंस जाएं ।
जनवरी, फ़रवरी, अप्रैल, मई, सितंबर और दिसंबर महीने आपके लिए आमदनी के मामले में थोड़ा बेहतर परिणाम लेकर आ सकते हैं।
शादीशुदा लोगों का गृहस्थजीवन उत्तम रहेगा।
व्यापार करने वालों की कार्य योजनाएं सफल होने से लाभ के योग बनेगें ।
अप्रैल माह के बाद आप भूमि, भवन, वाहन आदि सुखों का आनंद ले सकते हैं ।
यह साल आपके लिए धन और संपत्ति की दृष्टि से सामान्य रूप से अनुकूल रहने की संभावना है।
करियर वार्षिकफल 2022
इस वर्ष करियर के लिहाज से उतार चढ़ाव का सामना करना पड़ेगा । कार्यक्षेत्र में आपके साथ राजनीति हो सकती है ।
इस अवधि के दौरान कुंभ राशि के जातकों की नौकरी छूटने की आशंका है।
उद्यमियों के आय में वृद्धि होगी । इस दौरान आप आसानी से अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं ।
स्वास्थ्य वार्षिकफल 2022
नए साल में स्वास्थ्य से जुड़ी कुछ परेशानियां हो सकती है ।
आपको सर दर्द, एसिडिटी जोड़ों में दर्द, अपच, सर्दी जुखाम जैसी समस्याएं परेशान कर सकती हैं।
आप इस साल अपने मानसिक स्वास्थ्य को लेकर सजग रहें।
आपकी राशि शनि की साढ़ेसाती से प्रभावित हैं इसलिए शनिवार के दिन सरसों के तेल का दीपक शनि मंदिर या पीपल के पेड़ पर नियमित रूप से जलाते रहें, शनिवार के दिन चीटियों को मीठा आटा डालने से भी आपकी समस्याएं दूर होंगी ।
शनिवार और मंगलवार को सुंदरकांड हनुमान चालीसा का पाठ यदि संभव हो तो अवश्य करें। भोजन में उड़द की दाल, चना दाल और काली मिर्च का उपयोग करें।
शुभ दिन- शनिवार
शुभ रंग- भूरा,काला
शुभ अंक- 10
आचार्य अन्जनेश त्रिपाठी जी ( श्री अयोध्या जी )
आचार्य जी संस्कृत विद्यालय में संस्कृत व्याकरण के अध्यापक हैं।आप किसी भी प्रकार के पूजा पाठ,वैदिक,ज्योतिषीय जानकारी के लिए संपर्क कर सकते हैं।
संपर्क सूत्र- 9695939695