Dharm Desk/tbc/August Vrat Tyohar & Festival List 2022: सनातन हिंदू धर्म पंचांग के अनुसार साल 2022 के अगस्त महीने में बहुत से मुख्य व्रत त्योहार आने वाले हैं । अगस्त माह में सबसे पहला व्रत नाग पंचमी पड़ने वाला है। यह 2 अगस्त को है । आपको बता दें यह व्रत हर साल सावन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है। अगस्त महीने में आने वाले व्रत और त्योहारों की पूरी लिस्ट क्या है जाने-
अगस्त 2022 के महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार
2 अगस्त (मंगलवार)- नाग पंचमी
नाग पंचमी हिंदुओं का एक खास त्योहार है। यह हर साल सावन मास के पंचमी तिथि को मनाई जाती है। इस दिन लोग सांपों को दूध चढ़ाकर उनकी पूजा-अर्चना करते हैं। ऐसा कहा जाता है, कि इस दिन सांपों का पूजा करने से उनके उनका विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है।
4 अगस्त (गुरुवार)- तुलसीदास जयंती
तुलसीदास भगवान श्री राम के बहुत बड़े भक्त थे। यह जयंती हर साल श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाई जाती है। इस साल तुलसीदास जयंती 4 अगस्त को मनाया जाएगा। इस दिन कई जगहों पर भजन, कीर्तन या रामचरित्रमानस के पाठ भी कराये जाते हैं।
5 अगस्त (शुक्रवार)- श्री दुर्गाष्टमी व्रत
दुर्गाष्टमी व्रत के दिन मां दुर्गा की विशेष पूजा अर्चना की जाती है। ऐसा कहा जाता है, कि इस दिन श्रद्धा पूर्वक मां दुर्गा की पूजा करने से उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है। इस बार दुर्गाष्टमी 5 अगस्त को रखा जाएगा।
8 अगस्त (सोमवार)- श्रावण पुत्रदा एकादशी
भगवान विष्णु के भक्त एकादशी तिथि को जीवन में मोक्ष और उनका उनकी विशेष कृपा प्राप्त करने के लिए उनकी पूजा अर्चना करते हैं। साल 2022 में सावन माह में पुत्रदा एकादशी का व्रत 8 अगस्त को रखा जाएगा।
9 अगस्त (मंगलवार)- प्रदोष व्रत
प्रदोष व्रत भगवान शिव को समर्पित है। इस दे भोलेनाथ के भक्त इनकी पूजा-अर्चना उपवास रखकर करते हैं। अगस्त के महीने में प्रदोष का व्रत 9 और 24 तारीख को रखा जाएगा।
11 अगस्त (गुरुवार)- रक्षाबंधन, श्रावण पूर्णिमा,अवनि अविट्टम और गायत्री जयंती
सावन माह की पूर्णिमा का हिंदू धर्म में बहुत खास महत्व है। इस बार 11 अगस्त को ही रक्षाबंधन, सावन पूर्णिमा और गायत्री जयंती मनाई जाएगी।
12 अगस्त (शुक्रवार)- श्रावण मास पूर्णिमा व्रत, वरलक्ष्मी व्रतम
इस दिन महिलाएं उपवास रखकर मां लक्ष्मी से अपने परिवार की सलामती की प्रार्थना करती है। इस बार 12 अगस्त को वरलक्ष्मी का व्रत रखा जाएगा।
14 अगस्त (रविवार)- कजरी तीज या कज्जली तृतीया व्रत
कजरी तीज विवाहित या अविवाहित लड़कियां करती हैं। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विशेष पूजा अर्चना की जाती हैं। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन इनकी भक्ति पूर्वक पूजा करने से पति की लंबी आयु और मनचाहा वर मिलता हैं। इस बार कजरी तीज 14 अगस्त को मनाई जाएगी।
15 अगस्त (सोमवार)- संकष्टी चतुर्थी
भाद्रपद कृष्ण पक्ष के महीने में आने वाले संकष्टि चतुर्थी को हरम्बा संकष्टी चतुर्थी कहा जाता है। इस दिन भगवान श्री गणेश की विशेष पूजा अर्चना की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान श्री गणेश सभी दुखों को हरने वाले भगवान माने जाते हैं, इसलिए इस दिन उनकी पूजा करने से जीवन के सभी कष्ट हमेशा के लिए दूर हो जाते हैं। इस बार हरम्बा संकष्टी गणेश चतुर्थी 15 अगस्त को मनाई जाएगी।
18 और 19 (गुरुवार और शुक्रवार)- जन्माष्टमी (श्री कृष्ण जन्मोत्सव)
हिंदू शास्त्र के अनुसार भगवान श्री कृष्ण का जन्म भाद्रपद कृष्ण पक्ष के अष्टमी तिथि को हुआ था। आपको बता दें उस वक्त रोहिणी नक्षत्र बहुत प्रबल था। इस बार भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव यानी जन्माष्टमी 18-19 अगस्त को मनाई जाएगी।
23 अगस्त (मंगलवार)- अजा एकादशी
भाद्रपद कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को अजा एकादशी का व्रत रखा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की विशेष पूजा अर्चना की जाती है। इस बार अजा एकादशी का व्रत 23 अगस्त को रखा जाएगा।
30 अगस्त (मंगलवार)- हरतालिका तीज व्रत, गौरी हब्बा
कजरी तीज की तरह ही हरतालिका तीज महिलाएं करती हैं। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा अर्चना की जाती है। ऐसी मान्यता है,कि इस व्रत को श्रद्धा पूर्वक करने से पति की लंबी आयु या मनचाहा वर मिलता हैं। इस बार हरतालिका तीज का व्रत 30 अगस्त को रखा जाएगा।
31 अगस्त (बुधवार)- गणेश चतुर्थी व्रत
गणेश चतुर्दशी भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान श्री गणेश का वर्षगांठ मनाया जाता है। यह उत्सव महाराष्ट्र, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में 10 दिनों तक मनाया जाता हैं। अनंत चतुर्दशी के दिन ही भगवान श्री गणेश का विसर्जन कर पूजा की समाप्ति की जाती है। इस साल श्री गणेश चतुर्थी उत्सव 31 अगस्त से शुरू हो जाएगा।