Swami Sadanand Ji
ऐ मेरे बन्दों ! '' मैं'' यमराज, वरुण, अग्नि व इन्द्र ब्रम्हा आदि वाला ॐ (Oan) नहीं हूँ और सप्तर्षियों, नारद, शंकर आदि वाला हँऽसो व ज्योति रूप आत्मा-ईश्वर-ब्रम्ह भी नहीं हूं बल्कि ''मैं'' तो एकमात्र श्रीविष्णु जी वाला परमतत्त्वम् रूप ''आत्मतत्त्वम्'' शब्दरूप भगवत्तत्त्वम् हूं । सोऽहँ-हँऽसो का पिता हूँ ।
ऐ मेरे जिज्ञासुओं ! ''मैं'' शंकर, नारद, वशिष्ठ, अंगीरस, अथर्वा, श्वेताश्वतर, विश्वामित्र, याज्ञवल्क्य, ऋभु, भारद्वाज, लोमश, अष्टावक्र, आदि त्रेतायुगीन किसी भी ऋषि-महर्षि वाला सोऽहँ-हँऽसो व स: ज्योति तथा रावण आदि विद्वान कर्म काण्डियों-पण्डितों का ॐ (Oan) नहीं हूँ, बल्कि तथा सोऽहँ-हँऽसो व स: ज्योति रूप जीवात्मा व आत्मा का उत्पत्तिकर्ता तथा उन्हें अपने ''तत्त्वम्'' में विलय कर लेने वाला श्रीरामचन्द्र जी वाला परमतत्त्वम् रूप ''आत्मतत्त्वम्'' शब्दरूप भगवत्तत्त्वम् रूप मायापति भगवान हूँ ।
----------- सन्त ज्ञानेश्वर स्वामी सदानन्द जी परमहंस
ऐ मेरे जिज्ञासुओं ! ''मैं'' शंकर, नारद, वशिष्ठ, अंगीरस, अथर्वा, श्वेताश्वतर, विश्वामित्र, याज्ञवल्क्य, ऋभु, भारद्वाज, लोमश, अष्टावक्र, आदि त्रेतायुगीन किसी भी ऋषि-महर्षि वाला सोऽहँ-हँऽसो व स: ज्योति तथा रावण आदि विद्वान कर्म काण्डियों-पण्डितों का ॐ (Oan) नहीं हूँ, बल्कि तथा सोऽहँ-हँऽसो व स: ज्योति रूप जीवात्मा व आत्मा का उत्पत्तिकर्ता तथा उन्हें अपने ''तत्त्वम्'' में विलय कर लेने वाला श्रीरामचन्द्र जी वाला परमतत्त्वम् रूप ''आत्मतत्त्वम्'' शब्दरूप भगवत्तत्त्वम् रूप मायापति भगवान हूँ ।
----------- सन्त ज्ञानेश्वर स्वामी सदानन्द जी परमहंस